Kaam ki Baat: नाबालिग बच्चे का भी खुलवाना चाहते हैं बैंक खाता, पहले जान लें ये अहम बातें
Kaam ki Baat: कई माता-पिता बच्चों की नाबालिग उम्र में ही उनका सेविंग्स अकाउंट खुलवा देते हैं, जिसका फायदा नाबालिग बच्चों को बड़े होने पर मिलता है.
Kaam ki Baat: कमाई के शुरुआती दिनों में ही सेविंग्स का ज्ञान दिया जाता है. ज्यादातर लोगों का मानना है कि कमाई के पहले दिन से ही लोगों को अपनी सेविंग्स पर काम करना शुरू कर देना चाहिए. सेविंग अकाउंट फाइनेंशियल जर्नी का पहला स्टेप होता है. जब कोई कमाना शुरू करता है तो उसे सबसे पहले सेविंग अकाउंट ही मिलता है लेकिन सेविंग्स अकाउंट के बाद भी कई बार वास्तविक सेविंग्स नहीं हो पाती हैं. हालांकि कई मामलों में ऐसा देखा गया है कि कुछ माता-पिता बचपन से ही बच्चों के लिए सेविंग्स शुरू कर देते हैं. कई माता-पिता बच्चों की नाबालिग उम्र में ही उनका सेविंग्स अकाउंट खुलवा देते हैं, जिसका फायदा नाबालिग बच्चों को बड़े होने पर मिलता है. अगर आप भी अपने नाबालिग या माइनर बच्चे का अकाउंट खुलवाना चाहते हैं तो यहां जानिए कि इसके लिए किन डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है.
होती है कमाल की सेविंग्स
नाबालिग बच्चों के सेविंग्स अकाउंट में पैसा डिपॉजिट के साथ-साथ कई अलग तरह के बेनेफिट्स भी मिलते हैं. इस बैंक खाते में आपको सालाना 5-6 फीसदी तक का ब्याज भी मिलता है. अकाउंट होल्डर अपने सेविंग अकाउंट से अतिरिक्त अमाउंट को एफडी में डाल सकते हैं.
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पैरेंट्स की निगरानी में रहता है अकाउंट
बता दें कि 18 साल से कम आयु वाले बच्चों को नाबालिग की कैटेगरी में रखा जाता है. हालांकि बैंक नाबालिग के खाते को 2 कैटेगरी में डिवाइड करता है. पहला- 10 साल से कम आयु वाले और दूसरा- 10-18 साल के बीच आयु वाले.
10 साल से कम उम्र बैंक अकाउंट नाबालिगों के पैरेंट्स या फिर गार्जियन की निगरानी में रहते हैं. पैरेंट्स बैंक अकाउंट्स के माध्यम से नाबालिगों के खर्च पर प्रतिबंध लगा सकते हैं. इसके अलावा अकाउंट की हर गतिविधि पर भी गार्जियन या फिर पैरेंट्स की निगरानी रहती है.
अकाउंट खोलने से पहले ये बातें रखें ध्यान
बच्चों को सेफ बैंकिंग प्रैक्टिस के बारे में पता होना चाहिए. इसके अलावा बच्चो की हर गतिविधि पर पैरेंट्स की नजर होनी चाहिए. माइनर बैंक खाते के साथ, जो मोबाइल नंबर कनेक्ट है, उस पर पैरेंट्स की निगरानी होनी चाहिए. एक बार जब बच्चा अडल्ट हो जाता है तो पैरेंट्स उस खाते को रेगुलर सेविंग्स अकाउंट में बदल सकते हैं. इसके लिए कुछ डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है.
इन डॉक्यूमेंट्स की पड़ेगी जरूरत
- आयु प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड
- पहचान पत्र
- फोटो
05:05 PM IST